UP: यूपी में पेपर लीक होने का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है.
उत्तर प्रदेश मैं फिरसे पेपर लिक होने का मामला सामने आया है। कुछ दिन पहले यूपी कांस्टेबल का पेपर लीक हुआ था, 29 फरवरी को 12वीं के बोर्ड का बायोलॉजी और मैक्स का पेपर लीक हुआ था। पेपर के 1 घंटे पहले यूपी के 12वीं कक्षा का बायोलॉजी और मैक्स का पेपर लिक हुआ था, वह भी व्हाट्सएप पर पेपर लीक हुआ था।
आगरा में यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट पेपर लीक मामले के दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने केंद्र व्यवस्थापक अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक को गिरफ्त में लिया है। वहीं पेपर लीक घटना का मुख्य आरोपी विनय चौधरी फरार हैं जो कॉलेज में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम देखता है।
उत्तर प्रदेश में आगरा में यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट पेपर लीक मामले के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने केंद्र व्यवस्थापक राजेंद्र सिंह उर्फ हुड्डा और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक गंभीर सिंह को गिरफत में लिया है। जबकि पेपर लीग घटना का मुख्य आरोपी विनय चौधरी फरार हैं जो कॉलेज में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम देखता है। वह कॉलेज प्रबंधन का बेटा भी है पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
विनय के मोबाइल नंबर से ही पेपर प्रश्न पत्र व्हाट्सएप ग्रुप में डाला गया था पेपर ग्रुप पर डालने के 5 मिनट बाद ही डिलीट कर दिया था। लेकिन तब तक यह इंटरनेट पर प्रसारित होने लगा इसकी भनक लगते ही विनय ने तुरंत ग्रुप छोड़ दिया और अपना फोन नंबर भी बंद कर लिया।
बता दे कि थाना फतेहपुरसीकरी पुलिस ने दोनों आरोपियों केंद्र व्यवस्थापक और अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक को अरेस्ट किया है। यह दोनों एग्जाम सेंटर में तैनात थे वहीं पेपर लीक मामले में ताज सुरक्षा अरीब अहमद को जांच अधिकारी नियुक्ति किया गया है। अरीब अहमद ने कहा कि डीआईओएस ने थाना फतेहपुरसीकरी में तहरीर दी थी उन्होंने आरोप लगाया था कि अतर सिंह इंटर कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर ने गणित और जीव विज्ञान के पेपर ग्रुप पर वायरल कर दिए थे तहरीर मिलने के बाद सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दो लोगों की गिरफ्तारी की गई।
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